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बधाई हो, आप पापा बन गए हैं

ऑफिस में मेरी सहयोगी ऐसे ही मेरे परिवार के बारे में बात कर रही थीं। बच्चों की बात आई तो उनका ये मानना था की बिटिया तो मुझे उंगलियों पर नचाती होगी।

ऐसा शुरुआत से माना जाता है। आप पिता के ऊपर सोशल मीडिया पर चलने वाले बहुत सारे मैसेज ही देख लें। कई को पढ़ कर आंखें भर आती हैं। लेकिन इनमें से ज़्यादातर बेटियों की तरफ से होते हैं। बहुत कम सिर्फ पिता के लिये होते हैं – न कि बेटी या बेटे के पिता।

पिता पुत्र का संबंध इतना अलग क्यों होता है

पिता का क़िरदार फिल्मों में या असल जिंदगी में कहाँ पर सच्चाई के करीब होते हैं? ज़्यादातर फिल्मों में पिता का क़िरदार लगभग एक विलेन जैसा ही होता है। फ़िर चाहे वो मैंने प्यार किया के राजीव वर्मा हों या आलोक नाथ या क़यामत से कयामत तक के दलीप ताहिल या गोगा कपूर या हालिया रिलीज़ धड़क के आशुतोष राणा। ये पिता तो हैं लेकिन हैं अपनी औलाद के दुश्मन।

ज़ाकिर खान का ये विडियो कमाल का है। उन्होंने अपने पिता के बारे में बहुत सारी बातें बताई हैं। लेकिन उस रिश्ते के बारे में बताया है जो वो अपने पिता के साथ शेयर करते हैं। ज़रूर देखिये ये वीडियो।

दूसरा वीडियो है फ़िल्म अकेले हम अकेले तुम का। फ़िल्म के आख़िर में कोर्ट रूम में आमिर ख़ान जज को बताते हैं उनके बेटे के साथ उनका रिश्ता उनकी पत्नी के जाने के बाद।

जिस रिश्ते को आप रोज जी रहे हों उसके लिये सिर्फ एक दिन कैसे काफ़ी हो सकता है? इस रिश्ते को बनने में सालों लग जाते हैं।लेक़िन आज के उपलक्ष्य में मैंने भी पिताजी को फ़ोन कर बधाई दी।

पिताजी के साथ एक बहुत पुरानी फोटो है। किसी पिकनिक की है। बच्चों के साथ हैं। और सब उनके साथ उस समय का आनंद ले रहे हैं। बस ऐसे ही सारे पिता आनंद लें अपने पिता होने का।

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