होली के नमूने और नमूनों की होली

होली हमारे घर में बड़ी ज़ोर शोर से मनाई जाती है। जब छोटे थे तब कोई भी माँ को रंग लगता तो बहुत रोना गाना होता था। भले ही लगाने वाले घर के जान पहचान वाले ही हों लेकिन उस समय जो झूमाझटकी होती उसे देख बड़ा गुस्सा आता। फिर सभी लोग किसी को उठा कर पानी की टंकी में डाल देते। धीरे धीरे समझ आया कि होली ऐसे ही खेली जाती है।

परिवार में त्यौहार बंटे हुए थे। होली हमारे घर ही होती थी। शायद इसका एक और कारण खेलने के लिए खुली जगह थी। परिवार में बहुत से जोड़ों की पहली होली हमारे घर पर ही खेली गई। जो नई बहू आती उन्हें अंदाज़ भी नहीं होता कि होली वाले दिन क्या होने वाला है।

इसकी शुरुआत होली जलने वाली रात से शुरू होती है। पूरा परिवार एक जगह इकट्ठा होता है और खाने पीने के बाद घर के बड़े सबका टीका कर रंग डालते हैं। इस पूरी रस्म का यही मतलब है कि आपको होली खेलने की अनुमति है। होली खेलने का एक दौर उसी समय हो जाता है। लेकिन अपने सारे चुनिंदा रंग, पेंट और न जाने क्या क्या, निकलता है अगले दिन। मैंने फ़ोटो कॉपी मशीन कि इंक से लेकर आलता तक सबका इस्तेमाल होते हुए देखा है।

रंगों से परे होली की जो दूसरी याद है वो है इस अवसर पर बनने वाले तरह तरह के पकवान। इस लिस्ट में चीज़े जुड़ती ही जाती हैं। और एक बार कुछ शुरू हुआ तो अगले साल पूछा जाता वो फलानी चीज़ इस बार नहीं है क्या? माँ के जिम्मे ही ये सारी चीज़ें बनाने का काम रहता। हम भाई बहन उनकी मदद कर देते।

जो गुजिया वो बनाती हैं उसका मसाला कुछ अलग ही होता हैं। लेकिन एक दो बार ऐसा हुआ कि मसाला पहले तैयार हो गया और जब गुजिया बनाने का समय आया तब तक वो मसाला खत्म हो गया। तबसे गुजिया सबसे आखिर में बनती हैं और रात में ये कार्यक्रम होता है जब सब सोने की तैयारी कर रहे होते हैं ताकि कुछ बचा रहे मिलने वालों के लिये।

होली की यादें भी बड़ी मज़ेदार। जैसे एक बार मैं किसी के ऊपर पानी डालने जा रहा था लेकिन फर्श पर फिसला और सारा पानी खुद के ऊपर। और वो कपड़े फाड़ होली। खेलते खेलते ये कब हुआ पता नहीं लेकिन उसी हालत में शहर घूमते रहे। और वो किसी गाने पर अजीब अजीब से नाचना।

जब 1 मार्च को ऑफिस से मुम्बई आने के लिये निकला था तो थोड़ा बहुत रंग गुलाल खेला था टीम के साथ। लेकिन उसके बाद जो धमाल हुआ है उसका नमूना घर पहुंच कर देखा। क्या करें। होली होती ही नमूना बनने के लिए। #असीमित #भोपाल #दिल्ली #मुम्बई#होली